खेती तथा आय सृजन

Promotion of Organic Cultivation & Improved Farming Practices

 

  • जैविक और बेहतर खेती के तरीकों का संवर्धन
  • 1988 के बाद से कइ्र्र अभिविन्यास, जागरुकता एवं प्रषिक्षण षिविरों का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में किसानों और गैर सरकारी संगठनों नें भाग लिया और जैविक खेती, खाद एवं कीट नियंत्रण के तरीकों को समझा
  • राश्ट्ीय कृशि अनुसंधान परिशद, नई दिल्ली के सहयोग से उत्तर प्रदेश में उन्नत किस्मों की पारंपरिक फसलों की खेती का प्रर्दषन
  • सफल किसानों के खेतो का अन्य किसानों द्वारा निरीक्षण
  • जैविक खेती, प्रमाणन एवं विपणन के विभिन्न पहलुओं पर किसानों तथा उद्यमियों को मुफत परामर्ष
  • कई उद्यमियों तथा किसानों को जैविक उत्पादों के विपणन में परामर्ष तथा मदद

 

जीवनीय एवं भारतीय कृशि अनुसंधान संस्थान का किसान उपयोगी कार्यक्रम:

 उत्तर प्रदेश के 9 जिलों अकबरपुर, संत कबीर नगर, उन्नाव, हरदोई, फर्रुखाबाद, सीतापुर, प्रतापगढ़, हापुड और बाराबंकी और लखनऊ जिले के 25 गावों के 100 से अधिक किसानों को भारतीय कृशि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली की प्रौद्योगिकी से लाभान्वित कराया। चयनित क्षेत्रों की मृदा का हमारी प्रयोगषाला तथा संस्थान द्वारा विकसित मीटर से परीक्षण भी किया गया है।

क्रेता-विक्रेता सम्मेलन :

 भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक की सहायता से वर्श 2005 में राश्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के सहयोग से एक क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में आस-पास के किसान, उद्यमी व कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ आयुर्वेद व यूनानी के चिकित्सकों व स्वंयसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों नें भाग लिया। देष भर से आये कुछ प्रतिनिधियों के साथ सभी हितधारकों नें न केवल चर्चा की वरन भविश्य में साथ मिलकर कार्य करने की संभावनाएं भी तलाष कीं।

जैविक कृशि व उन्नत कृशि प्रौद्योगिक को प्रोत्साहन :

 वर्ष 1998 से बड़ी संख्या में किसानों व स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों को जैविक कृशि, खाद बनाने व कीट नियंत्रण प्रयोगों हेतु उन्मुखीकरण, जागरुकता एवं प्रषिक्षण दिया गया है जिससे जैविक कृशि, उसके प्रमाणीकरण व विपणन में सहायता मिली है।

  • दिल्ली के भारतीय कृशि अनुसंधान संस्थान की उन्नत प्रजातियों के कृशि प्रदर्षों का आयोजन किया गया।
  • कई किसानों को सफल किसानों के प्रक्षेत्रों का भ्रमण कराया गया।
  • काफी किसानों को जैविक कृशि, मानकीकरण व विपणन पर निषुल्क सेवा।
  • कई किसानों के जैविक उत्पादों की विपणन में सहायता हेतु उद्यमियों को प्रेरित किया गया।