दृश्टिकोण

जीवनीय सोसाइटी का सभी प्रकार के ज्ञान प्रणालियों की षक्ति में अटूट आस्था है और ग्रामीण तथा षहरी लोगों में निहित ज्ञान, संसाधनों तथा उनमें अंतःनिहित षक्ति का प्रयोग कर स्वदेषी एवं सतत् विकास की अवधारणा से समग्र विकास हेतु माडल विकसित करना है।

लक्ष्य

सोसाइटी हमारे गांवों के विकसित तथा समग्र विकास के लिए सतत और आत्मर्निभर स्वदेषी माडल को विकसित कर बढावा देने के लिए कार्य करना चाहती है। यह गावों के बुनियादी ढांचे और षहरों से उनकी क्षमता में अंतर को कम करने और ग्रामीणों के समग्र स्वास्थ्य देखभाल कृशि समृ˜ि गुणवत्ता षिक्षा और कौषल विकास को सुनिष्चित करने के लिए सहभागी प्रयास होगा। ग्रामीणों को सषक्त करने के लिए उन्हे मदद करके किया जायेगा। सोसाइटी ज्ञान प्रणालियों तथा ग्रामीणों के दीर्घकालिक और समुदाय में निर्णय लेने में भागीदारी के साथ-साथ इस तरह के कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के माध्यम से संसाधनों को उनका उचित मूल्य देकर आगे वढाने के लिएं प्रयासरत है।

उद्देष्य

  • लोगों के लिये एक समृ˜ एवं स्वस्थ सर्वोच्च समाज के निर्माण हेतु कार्य करना जहां लोग अपनी रचनात्मक ऊर्जा व क्षमता का उपयोग कर सकें।
  • प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के आत्मनिर्भर माडलों का विकास करना।
  • षिक्षा, अनुसंधान तथा संचार के माध्यम से भारतीय स्वास्थ्य परंपरा के ज्ञान को बढावा देना।
  • औशधीय पौधों की खेती, उपयोग, प्रसंस्करण तथा विपणन तथा उसके उपयोग को बढावा देना।
  • ग्रामीण और आदिवासी लोगों को सामाजिक, आर्थिक और आध्यात्मिक विकास तथा प्राथमिक स्वास्थ्य के देखभाल के लिए कार्य करना।
  • विषेशकर ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए ग्रामीण औद्योगीकरण तथा संबंधित कार्यक्रमों के लिए कार्य करना।
  • समाज में वैज्ञानिक सोंच को प्रोत्साहित करने तथा विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के कार्यक्रमों का आयोजन करना।